अम्मी बहुत याद आती हैं
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इंसान की असल ज़िन्दगी वही हुआ करती है, जो वो इबादत में गुज़ारता है, मुहब्बत
में गुज़ारता है, ख़िदमत-ए-ख़ल्क में गुज़ारता है.
बचपन से देखा, अम्मी आधी रात में उठ...
4 months ago
4 Comments:
congratulations.
http://www.ashokvichar.blogspot.com
गंगा किसकी और जमना किसकी? कम से कम धाराओं को तो मत बाँटों.
किताब के लिए बधाई. थोड़ा अंश भी लिखते तो अच्छा रहता.
नयी किताब बहुत बहुत मुबारक हो।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
अशेष शुभकामनाएं। सेकुलरिस्टों द्वारा हिंदू-मुस्लिम मजहब के बीच पैदा की गईं दरार को पाटने में यह पुस्तक मददगार हो, यही कामना है।
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