कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी को एक ऐसे सलाहकार की ज़रूरत है, जो उनके लिए समर्पित हो और उन्हें वो सलाह दे सके, जिसकी उन्हें ज़रूरत है... क्योंकि आज उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद के झूंसी में आयोजित जनसभा में जिस तरह राहुल गांधी ने भाषण दिया, उससे तो यही कहा जा सकता है कि सियासत में उनके पास कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है, जो उन्हें कामयाब होते देखना चाहता हो...
राहुल गांधी का एक हल्का बयान उनकी सारी मेहनत पर पानी फेर देता है...कई बार लगता है कि वो ख़ुद अपने ही दुश्मन बन बैठे हैं...आख़िर क्यों वो ऐसे बयान देते हैं, जो उनके विरोधियों को उनके ख़िलाफ़ बोलने का मौक़ा दे देते हैं...बेहतर हो कि वो सार्वजनिक तौर पर कोई भी बयान देने पहले उसके अच्छे-बुरे दोनों पहलुओं पर अच्छे से गौर कर लें...
5 Comments:
राहुल को सलाहकार की नहीं ट्रेनिंग की जरूरत है। अभी इन्हें राजनीति की एवीसी नहीं आती है। गांधी परिवार में ना होते तो इन्हें कांग्रेसी ब्लाक अध्यक्ष बनाने के काबिल ना मानते।
अभी राहुल " बाबा "( बच्चा ) ही तो है ... गलतियाँ होना लाज़मी है ..
डिग्गी जैसे लोग हैं न इस काम के लिए... यही सिपहसालार कांग्रेस को ले डूबेंगे
आपसे सहमत हूँ ......
मेरी नई पोस्ट की चंद लाइनें पेश है....
नेता,चोर,और तनखैया, सियासती भगवांन हो गए
अमरशहीद मातृभूमि के, गुमनामी में आज खो गए,
भूल हुई शासन दे डाला, सरे आम दु:शाशन को
हर चौराहा चीर हरन है, व्याकुल जनता राशन को,
पूरी रचना पढ़ने के लिए काव्यान्जलि मे click करे
अच्छी अपेक्षाएं लगाएं हैं आप इस मंद बुद्ध बालक से .
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