तेरा दिल तो है सनम आशना, तुझे क्या मिलेगा नमाज़ में...
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*इश्क़, इबादत और शायरी में बहुत गहरा रिश्ता है... इश्क़-ए-मजाज़ी हो तो
ज़िन्दगी ख़ूबसूरत हो जाती है...और अगर रूह इश्क़-ए-हक़ीक़ी में डूबी* *हो तो
आख़िरत ...
5 days ago
1 Comments:
राहुल जी के लिए भी दो शब्द लिख दीजिए.
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